Saturday, 27 July 2019

प्यार है उपहार

* गीतिका * 
~
प्यार है उपहार सुन्दर ज़िन्दगी का। 
खूब लें आनन्द जीभर ज़िन्दगी का। 

डूब जाएं स्नेह की गहराइयों में,  
छलछलाता इक समंदर ज़िन्दगी का। 

रोज जीभर मुस्कुराते हम जिएंगे,  
हर दिवस हो ज्यों शुभंकर ज़िन्दगी का। 

वादियां सुन्दर लुभाती हैं सभी को,  
बह चला मन स्वच्छ निर्झर ज़िन्दगी का। 

सिर्फ हम महसूस कर लें धड़कनों को, 
छोड़ पढ़ना व्यर्थ आखर ज़िन्दगी का। 

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~  
-सुरेन्द्रपाल वैद्य    

Saturday, 13 April 2019

घनाक्षरी

सभी मित्रों को दुर्गा अष्टमी और राम नवमी की
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ 
* घनाक्षरी *
~
शक्ति की आराधना से, कार्य होते हैं सफल। 
शक्ति ही युगों से आदि सृष्टि का आधार है। 
शक्ति हीन की कहीं भी, कोई सुनवाई नहीं।
शक्ति के बिना तो सत्य, हमेशा लाचार है। 
राष्ट्रभाव जागरण, साथ शक्ति संगठन। 
एक सोच साथ लिए, शुभ्र ये विचार है। 
भारत महान राष्ट्र, विश्व का गुरु सदैव। 
नियति का सत्य आज, ले रहा आकार है। 
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ 

-सुरेन्दपाल वैद्य, १३/०४/२०१९