Sunday 26 November 2023

* धरा हमारी *

**  मुक्तक ** 

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धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।

इसी दिशा में मिल सभी, करें विचार विमर्श।

जीवन शैली श्रेष्ठ हो, रहें स्वस्थ सब लोग।

और सभी का हित लिए, हर प्राणी में हर्ष।

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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, २७/११/२०२३

1 comment:

  1. सभी मित्रों का हार्दिक स्वागत है।

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